संस्कार केंद्र प्रभावी कार्य

प्रभावी कार्य

 
सेवा क्षेत्र की शिक्षा

हरदा की बन्जारा बस्ती
हरदा की बन्जारा बस्ती के संस्कार केन्द्र की दीदी सुश्री दीपा कौशल ने बताया कि उनके केन्द्र पर एक अनाथ भैया आता है माता-पिता नहीं रहे। अब बस्ती के लोगों और नाते रिश्तेदारों की कृपा पर जीता है। दीदी ने हरदा के प्रतिष्ठित लायन्स क्लब के पदाधिकारियों से सम्पर्क किया, उन्हें केन्द्र पर आमंत्रित किया उस बच्चे की समस्या से अवगत कराया। लायन्स क्लब द्वारा उस बच्चे की मदद के लिए तत्काल 40000रूपये की सहायता राशी दी गयी और भविष्य में भी मदद का आश्वासन दिया।

लोधी बस्ती हरदा
लोधी बस्ती हरदा की दीदी सुश्री रागिनी कौशल ने बताया कि वे एक छोटे से कमरे में केन्द्र लगाती है। केन्द्र पर कोई उत्सव आयोजित करने या उपस्थिति अधिक होने पर दिक्कते होती थी। परन्तु बस्ती के लोगों के सामने जब यह विषय आया तो उन्होनें केन्द्र के लिये लोधी धर्मशाला के दरवाजे खोल दिये और कहा कि दीदी जब चाहें धर्मशाला में केन्द्र की गतिविधियाँ आयोजित करें, किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
शास्त्री वार्ड हरदा
यही समस्या शास्त्री वार्ड में पूजा राजपूत की थी उस क्षेत्र को एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय है। वहाँ की प्रधानाचार्य ने दीदी से कहा कि वे शाला समय के बाद भवन और प्रांगण का उपयोग निःसंकोच करें।
बंगाली कालोनी हरदा
बंगाली कालोनी हरदा की दीदी श्रीमती प्रमिला दास और अयोध्या बस्ती की दीदी श्रीमती सेवन्ती शर्मा शासकीय योजनाओं का लाभ बस्ती के लोगों को मिले इस हेतु प्रयत्न करती है। आधार कार्ड बनवाने या दीनदयाल कार्ड के माध्यम से निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराने में दीदीयों का परिश्रम बस्ती में प्रशंसनीय है।
देशबन्धु वार्ड बैतूल
देशबन्धु वार्ड बैतूल की सविता नामदेव दीदी ने बताया कि उनके वार्ड में पानी की बड़ी समस्या थी किन्तु मेरे व्यक्तिगत प्रयास एवं मुहल्ला को साथ लेकर जब नगर पालिका अध्यक्ष से चर्चा की, उसके बाद से नियमित नलों में पानी आने लगा। एक दिन बस्ती में एक कुत्ता खम्बें में फंसकर मर गया। उसकी बदबू के कारण पूरा मुहल्ला परेशान था। जब मैने बस्ती के लोगो से चन्दा कर सफाई कर्मी को बुलाया परन्तु वह भी पैसे लेकर चला गया। किन्तु कुत्ता नहीं उठाया तब मैंने मुख्यमंत्री सहायता केन्द्र पर फोन किया उसका परिणाम यह निकला कि नगर पालिका का पूरा काफिला बस्ती में आया और कुत्ते के साथ पूरी बस्ती की सफाई हो गई।

सरस्वती शिशु मंदिर बाणगंगा, भोपाल
सेवाबस्ती में संचालित सरस्वती शिशु मंदिर बाणगंगा, भोपाल का प्रारम्भ 2002 में किया गया। जिसका उद्देश्य कम शुल्क लेकर भैया/बहिनों को शिक्षित करना है। उक्त विद्यालय ने गत 3 वर्षो में कई नए आयाम खड़े किए। यह विद्यालय समाज सेवा पर आधारित है। सत्र 2015-16 में छात्र संख्या 129 रही।
सत्र 2015-16 में विद्यालय के प्रधानाचार्य विपिन भागवत द्वारा ऐसे भैया/बहिनों को विद्यालय में अध्ययन हेतु प्रेरित किया जो सड़कों, चैराहों पर खड़े होकर भीख मांगते थे या कचरा बीनकर अपना जीवन-यापन करते थे। ऐसे 45 भैया/बहिन आज पूर्ण गणवेश में विद्यालय आकर अध्ययन करते है। सत्र 2015-16 में जिला स्तरीय खेलकूद समारोह में भी विद्यालय के 8 भैया/बहिनों ने सहभागिता की। इसी विद्यालय की बहिन पूनम वाइले सत्र 2014-15 में 400 मीटर दौड़ में प्रांत में सहभागी बनी थी।
दिनांक 19-20 अक्टूबर 2015 को विद्यालय में कन्यापूजन व कन्याभोज का आयोजन किया गया। जिसमें विद्याभारती मध्यक्षेत्र के संगठन मंत्री श्री भालचन्द्र रावले विद्याभारती मध्यक्षेत्र के अध्यक्ष श्री सुरेश जी गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित थे। व समाज के अन्य लोगों ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दी।

स्वास्थ्य शिविर-रोटरी क्लब द्वारा 15 अगस्त 2015 को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। समर्पण दिवस पर 31000/-(इकतीस हजार रूपये) का समर्पण एकत्र किया।